seraat-e- mustaqeem صراط مستقیم (religious poetries- salaam ,qat'at etc.)
इल्म हासिल करना हर मर्द और औरत पर फ़र्ज़ है
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शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2011
ek sher
एक शेर
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इन्तहा ज़ुल्म की जब होगी 'शेफ़ा' दुनिया में
देगा इंसाफ़ मेरे रब की अदालत का निज़ाम
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